स्मार्ट शिक्षा प्रणाली अगले शैक्षणिक वर्ष की तैयारी में कैसे आपके बच्चे की मदद कर सकती है?
शिक्षा एक ऐसा क्षेत्र है जो ट्रिलियन डॉलर का उद्योग बन गया है और यह आश्चर्यजनक दर से लगातार बढ़ रहा है। हालांकि, महामारी वर्ष 2020 ने हमें इस पर विचार करने का एक मौका दिया है कि कैसे स्पेक्ट्रम के हर व्यवसाय को संकट के समय में प्रासंगिक बने रहने और अपना अस्तित्व बचाने के लिए स्वयं पुनर्व्यवस्थित करने की जरूरत पड़ती है। सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों की सूची में शिक्षा क्षेत्र सबसे ऊपर है, जहां 186 देशों के 1.2 अरब से अधिक बच्चे स्कूल बंद होने से प्रभावित हुए हैं। इसलिये आप बच्चों को इस तीव्र प्रतिस्पर्धी दुनिया में आगे बढ़ाने या उन्हें श्रेष्ठ बनाने के लिए जो कुछ भी कर रहे हैं वह जल्द ही बेमानी हो जाएगा। ऐसे समय में आपको पारंपरिक शिक्षा से आगे बढ़ना होगा। अच्छे पुराने स्कूल इस अशांत आधुनिक दुनिया की जरूरतों को पूरा करने वाले नहीं हैं। स्कूल के अधिकारियों ने कई बार पढ़ाई के आवश्यक घटकों से परे देखने की कोशिश की है, लेकिन ढांचागत परिवर्तनों की अत्यधिक मात्रा ने उनकी ’कोशिश’को रोक दिया है।
ऐसे समय में आपको पारंपरिक शिक्षा से आगे बढ़ना होगा। अच्छे पुराने स्कूल इस अशांत आधुनिक दुनिया की जरूरतों को पूरा करने वाले नहीं हैं। स्कूल के अधिकारियों ने कई बार पढ़ाई के आवश्यक घटकों से परे देखने की कोशिश की है, लेकिन ढांचागत परिवर्तनों की अत्यधिक मात्रा ने उनकी ’कोशिश’को रोक दिया है।
तकनीक ने कैसे पढ़ाई की बढ़ती खाई को कम किया है
तकनीक ने देश के सुदूर क्षेत्रों में भी बेहतर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को संभव बना दिया है। प्रारम्भ में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा केवल प्रथम श्रेणी के शहरों में उपलब्ध थी, लेकिन तकनीक ने इसे सभी के लिए सुलभ बना दिया है। आज, छोटे शहरों में रहने वाले माता-पिता भी अपने बच्चे के प्रदर्शन और विकास की उतनी ही चिंता करते हैं जितनी महानगरीय शहरों में माता-पिता करते हैं; तकनीक ने इस विशाल अंतर को कम करने का काम किया है। स्मार्ट शिक्षा प्रणाली भारतीय शिक्षा उद्योग की गतिशीलता को बदल रही है। जिसे पहले विलासिता माना जाता था, वह अब सभी के लिए सुलभ है। आप अपने वेतन का एक बड़ा हिस्सा खर्च करने की चिंता किए बिना अपने बच्चे को बेहतरीन शिक्षा दे सकते हैं। आइए स्मार्ट शिक्षा के कुछ निर्विवाद फायदों को देखेंः
लचीलापन
स्मार्ट शिक्षा प्रणाली छात्रों को पारंपरिक शिक्षा व्यवस्था की तरह अन्य छात्रों के साथ सामंजस्य बनाते हुए निरंतर दबाव के बिना अपनी गति से पढ़ाई करने की सुविधा देती है। वे अपने रिकॉर्ड किए गए व्याख्यानों को बार-बार देख सकते हैं या किसी भी शंका की स्थिति में शिक्षकों से सुधारात्मक सहायता ले सकते हैं।
पर्याप्त पाठ्यक्रम
किसी स्मार्ट शिक्षा प्रणाली में, स्कूल किसी स्थान या समय की बाध्यता से बंधे नहीं होते हैं, इसलिए वे नियमित पाठ्यक्रम की तुलना में व्यापक पाठ्यक्रम पेश कर सकते हैं। इसके अलावा, शिक्षक पाठ्यक्रम को मनोरंजक बनाने के लिए शिक्षा प्रदान करने के विभिन्न तरीकों को शामिल कर सकते हैं। यह उनके पढ़ाई की सीमा का विस्तार करता है, जिससे उन्हें पाठ्यक्रम के बाहर भी काफी कुछ सीखने को मिलता है।
शिक्षक तक पहुंच
पारंपरिक व्यवस्था में छात्रों को अपनी शंकाओं को दूर करने के लिए अगले दिन का इंतजार करना पड़ता था। हालांकि, स्मार्ट शिक्षा छात्रों को बिना प्रतीक्षा किए शिक्षकों के साथ कभी भी बातचीत करने के लिए कई संचार चैनल प्रदान करती है। यह शिक्षकों और छात्रों के बीच एक स्वस्थ संबंध को बढ़ावा देता है, जहां अंतर्मुखी छात्रों को भी अपनी शंकाओं के बारे में पूछने तथा तुरंत उनका समाधान पाने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
बढ़ता सहयोग
स्मार्ट शिक्षा छात्रों को अपने साथियों के साथ सहयोग करने की सुविधा देती है। ई-लर्निंग सामूहिक कार्य को प्रोत्साहित करता है जहां छात्र संचार, प्रतिकूलता संकल्प और नेतृत्व कौशल में बेहतर बनते हैं। वे चीजों को नये दृष्टिकोण से देखना भी सीखते हैं जो उन्हें तेजी और बेहतरी के साथ पढ़ाई करने में मदद करते हैं।
स्कूलों के संचालकों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे जो शिक्षा प्रदान करते हैं, वह समर्थन प्रणाली, वातावरण और कार्यक्रम के अनुकूल हो, ताकि शिक्षार्थियों की जरूरतों को पूरा किया जा सके और उन्हें अपना सर्वश्रेष्ठ प्राप्त करने में मदद तथा उन्हें अपनी पूरी क्षमता का विकास करने का अवसर मिल सके। स्कूलों का तकनीक-सक्षम होना कोई ’विलासिता’नहीं है। शिक्षा प्रदाताओं को तकनीकी और अकादमिक रूप से कुशल कार्यबल बनाने के लिए सुलभ अध्ययन का विकल्प प्रदान करना चाहिए। अक्सेंचर की रिपोर्ट के अनुसार “अग्रणी व्यवसाय काम की प्रकृति की फिर से कल्पना कर रहे हैं, अपने कार्यबल को वैल्यू के नए रूप बनाने और “नए कौशल” को बढ़ाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।“
उच्च स्तर के ज्ञान तथा कौशल को सक्रिय नागरिकता, रोजगार और सामाजिक एकता के लिए आवश्यक माना जाता है, जिसे स्मार्ट शिक्षा प्रणाली प्राप्त कर सकती है।
LEAD स्मार्ट प्रदर्शन करने के लिए स्कूलों को कैसे सक्षम बनाता है?
LEAD प्रणाली शिक्षा व्यवस्था को पूर्ण विकसित डिजिटल परिवर्तन का आधार प्रदान करती है। LEAD की पढ़ाई पद्धति को सबसे बुनियादी स्मार्टफोन मॉडल पर भी चलाने के लिए अनुकूलित किया गया है ताकि सभी बच्चे किसी भी स्थान पर रह कर सभी माध्यमों में मानकीकृत शिक्षा प्राप्त कर सकें।
चूंकि महामारी बच्चों की शिक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण खतरे के रूप में कार्य करती है, इसलिए LEAD संकट से निपटने के लिए आगे आया है। LEAD ने स्कूली पाठ्यक्रम को समझने में आसान बना दिया है, यहाँ तक कि माता-पिता भी अपने बच्चे की पढ़ाई की यात्रा का हिस्सा बने सकते हैं। LEAD School Student & Parent App की मदद से, छात्र प्रतिदिन लाइव कक्षाओं में भाग ले सकते हैं, प्रश्नोत्तरी का प्रयास कर सकते हैं, रियल-टाइम में शंकाओं के बारे में पूछ सकते हैं। डिजिटल लर्निंग कंटेंट, फिजिकल रीडर और वर्कबुक, लर्निंग एक्टिविटीज, ई-बुक्स, नियमित मूल्यांकन, पर्सनलाइज्ड रिवीजन, गृह अभ्यास, शंकाओं का स्पष्टीकरण और राष्ट्रीय प्रतियोगिताएं LEAD की अन्य अनूठी विशेषताएं हैं।
LEAD बच्चों को भविष्य के लिए तैयार करने में मदद कर रहा है। अपने बच्चे का LEAD संचालित स्कूल में नामांकन कराने के लिएःअभी एडमिशन फॉर्म भरें